May 30, 2013



मुझे क्यों प्यार है उससे इतना मुझे नही मालूम
वो क्यों आता है ख्वाबो में मेरे मुझे नही मालूम

अजीब किस्सा है मोहब्बत का भी दुनिया में
कैसे बन जाते हैं अजनबी अपने मुझे नहीं मालूम

ख़ुशी इतनी नही थी पहले दामन में मेरे
दर्द भी क्यों बढ़ सा गया है मुझे नही मालूम 

मुस्कुराना तन्हाई में पहले नही आता था मुझे
आँख भर आती है अचानक क्यों मुझे नही मालूम


लोग कहते हैं प्यार करोगे तो पछताओगे 'समी'
प्यार होता नही किया जाता है मुझे नही मालूम



                                                                                                          Sonam Saini

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